Lisp Tutlana
तुतलना
तुतलाना भी हकलाने की तरह कोई बीमारी नहीं है यह भी बोलने की एक गलत आदत है जो बच्चों को बचपन में ही पड़ जाती है सभी बच्चे बचपन में तोतले बोलते हैं बच्चे अपने आसपास के बच्चों को और माता-पिता को बोलते हुए देखकर बोलना सीखते हैं जब बच्चा तोतला बोलने लगे तब माता-पिता को चाहिए कि वह उन शब्दों को ठीक करवाए ,नहीं तो बच्चे को आदत पड़ जाती है
जब बचपन में बच्चा तोतला बोलता है तो हमें उसकी तोतलेपन में बात करना पसंद आता है और हम भी उसे उसी तरह से बोलने लग जाते हैं उस समय बच्चा यह सोचता है कि यही सही वाक्य है या शब्द है वह सही शब्द पकड़ ही नहीं पता और उसकी आदत लग जाती है जैसे बच्चा रोटी को लौटी बोलता है और माता भी अनजाने में ही उसे लौटी ही बोलती है और बच्चा इस शब्द को पकड़ लेता है इसी तरह से वह अन्य शब्दों को भी तोतला बोलता है और हम उसे ठीक नहीं कर पाते हैं तो उसकी आदत पड़ जाती है लेकिन यह कुछ बच्चों में समय के साथ में ठीक हो जाती है लेकिन जो बच्चे लंबे लंबे समय तक इसी तरह से बोलने लग जाते हैं उन्हें अभ्यास के द्वारा ठीक किया जा सकता है
देखा गया है कि तोतला बोलने के साथ-साथ बच्चा कई बार हकलाने भी लग जाता है दोनों चीज एक साथ चलती है लेकिन हमारी संस्था में बच्चों को उच्चारण और अक्षर को बोलना सिखाया जाता है और नियमित प्रयास से और अभ्यास से वह ठीक बोलने लग जाता है